Saturday, June 2, 2018

Types of Spread Spectrum technique in Hindi

1. direct Frequency Spread Spectrum –

telecommunication में direct frequency spread spectrum एक modulation techniques है जो की Phase modulation करती है एक Communication Code की String जिन्हें Chip कहते है हर Chip का बहुत ही छोटा  डयुरेशन  होता है इसका मतलब हर  information बहुत तेज Chip sequence में Modulat होती है इस लिए Chip की Rea बहुत high होती है इसका information  system बहुत high होता है

http://engineersworld.in/Wireless-Communication-Tutorial-in-Hindi/Introduction-of-wireless-commmunication-in-hindi#!


2. Frequency Hopping  Spread Spectrum (FHSS) -

इसमें वह Radio सिग्नल जिसे Transmit करते है उसकी career web बहुत से Frequency Chanel में रेपिटेटली switch की जाती है यह प्रीस्यूडोरेंडम और सिक्वेंस रिसीवर दोनों का पता रहता है

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3. Time Hopping Spread Spectrum :

 
यह Technique एंटजमींन के लिए  use की जाती है हम इसे Phase मोडूयुलेशन भी कह सकते है इसमें ट्रान्समीशन टाइम को विभिन फॉर्म में डिवाइड के दिया जाता है हर स्लाट की ड्यूरेशन TF/M से Represent  करते है 
हर एक फ्रेम में एक ही स्लोट मोडूयुलेट किया जाता है

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