1. direct Frequency Spread Spectrum –
telecommunication में direct frequency spread spectrum एक modulation techniques है जो की Phase modulation करती है एक Communication Code की String
जिन्हें Chip कहते है हर Chip
का बहुत ही छोटा डयुरेशन
होता
है इसका मतलब हर information
बहुत तेज Chip sequence
में Modulat होती है इस लिए Chip
की Rea बहुत high
होती
है इसका information system
बहुत
high
होता
है
2. Frequency Hopping Spread Spectrum (FHSS) -
इसमें
वह Radio सिग्नल जिसे Transmit
करते है उसकी career web बहुत
से Frequency Chanel में
रेपिटेटली switch
की
जाती है यह प्रीस्यूडोरेंडम
और सिक्वेंस रिसीवर दोनों का
पता रहता है
3. Time Hopping Spread Spectrum :
यह
Technique एंटजमींन के लिए use
की
जाती है हम इसे Phase मोडूयुलेशन
भी कह सकते है इसमें ट्रान्समीशन
टाइम को विभिन फॉर्म में डिवाइड
के दिया जाता है हर स्लाट की
ड्यूरेशन TF/M
से Represent करते है
हर एक फ्रेम में एक ही स्लोट मोडूयुलेट किया जाता है
हर एक फ्रेम में एक ही स्लोट मोडूयुलेट किया जाता है
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